आंत्र परजीवी ऐसे जीव हैं जो मनुष्यों सहित जानवरों के जठरांत्र संबंधी मार्ग में रहते हैं। परजीवी बिना किसी लक्षण के वर्षों तक आंतों के भीतर जीवित रह सकते हैं। आंतों के परजीवी के दो मुख्य प्रकार हेल्मिंथ और प्रोटोजोआ हैं। आंतों के परजीवी आम तौर पर तब फैलते हैं जब कोई व्यक्ति संक्रमित मल के संपर्क में आता है।
आंतों के परजीवियों से संबंधित पत्रिकाएँ
जर्नल ऑफ बैक्टीरियोलॉजी एंड पैरासिटोलॉजी, जर्नल ऑफ इंफेक्शियस डिजीज एंड थेरेपी, जर्नल ऑफ मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी एंड डायग्नोसिस, कोरियन जर्नल ऑफ पैरासिटोलॉजी, कम्पेरेटिव पैरासिटोलॉजी, जर्नल ऑफ द इजिप्टियन सोसाइटी ऑफ पैरासिटोलॉजी, एनल्स ऑफ पैरासिटोलॉजी, एप्लाइड पैरासिटोलॉजी।