अहलम बी एल शिकेरी
बचपन और किशोरावस्था के दौरान पोषण संबंधी स्वास्थ्य बढ़ते शरीर को सहारा देने और भविष्य की स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है। फल और सब्जियाँ एक स्वस्थ आहार के महत्वपूर्ण घटक हैं। इनका सेवन देशों के बीच और भीतर काफी भिन्न होता है। बच्चों का एक बड़ा हिस्सा प्रतिदिन फल और सब्जियाँ खाने की विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफ़ारिश को पूरा नहीं करता है। फलों और सब्ज़ियों का कम सेवन खराब स्वास्थ्य, कब्ज और कैंसर सहित गैर-संचारी रोगों के बढ़ते जोखिम से जुड़ा है। इन खाद्य पदार्थों की बाहरी त्वचा में उपलब्ध आहार फाइबर रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है, और फलों और सब्ज़ियों में पाए जाने वाले प्लांट स्टेरोल, फ्लेवोनोइड्स और अन्य एंटीऑक्सिडेंट जैसे फाइटोकेमिकल्स के साथ कोलेस्ट्रॉल और अन्य जैविक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण हो सकता है। इसके अलावा, इस आयु वर्ग में मोटापा और अधिक वजन फलों और सब्ज़ियों के कम सेवन से जुड़ा हुआ है। फलों और सब्ज़ियों के उच्च उपभोग स्तरों के निर्धारक महिला लिंग, सामाजिक आर्थिक स्थिति, फलों और सब्ज़ियों के लिए उच्च प्राथमिकताएँ, फलों और सब्ज़ियों का माता-पिता द्वारा अधिक सेवन और घर पर फलों और सब्ज़ियों की उच्च उपलब्धता/पहुँच के साथ-साथ साथियों के प्रभाव से संबंधित पाए गए हैं। फलों और सब्जियों की खपत में सुधार के संभावित समाधानों में व्यवहारगत हस्तक्षेप और कृषि एवं खाद्य प्रणालियों में सुधार शामिल होंगे, जिन पर चर्चा की जाएगी।