एचआईवी टीके अनुसंधान एवं विकास - अनुसंधान के क्षेत्र में एचआईवी, इसके संक्रमण, लक्षण, उपचार और रोकथाम के खिलाफ किए गए अनुसंधान कार्य शामिल हैं। विज्ञान की इस शाखा के अंतर्गत एचआईवी के विरुद्ध विकसित टीकों का अध्ययन किया जा सकता है। इस प्रकार अनुसंधान का क्षेत्र एचआईवी के खिलाफ टीकों के विकास को सक्षम बनाता है। ऐसे कुछ टीकों में "आरवी380 (एडी26 प्राइम/एमवीए बूस्ट)", "आरवी262 (डीएनए प्राइम/एमवीए बूस्ट)" और "नोवेल हेरियन-एचआईवी वैक्सीन" शामिल हैं।
एचआईवी टीके अनुसंधान एवं विकास से संबंधित पत्रिकाएँ
जर्नल ऑफ़ माइक्रोबियल एंड बायोकेमिकल टेक्नोलॉजी, जर्नल ऑफ़ क्लिनिकल एंड सेल्युलर इम्यूनोलॉजी, जर्नल ऑफ़ मॉलिक्यूलर एंड जेनेटिक मेडिसिन, वर्ल्ड जर्नल ऑफ़ वैक्सीन्स, एलर्जी: यूरोपियन जर्नल ऑफ़ एलर्जी एंड क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी, एनुअल रिव्यू ऑफ़ इम्यूनोलॉजी, जर्नल ऑफ़ न्यूरोइम्यूनोलॉजी