ज़ेरहुन टॉमस*, एल्फिनेश शिकुर, अलेमर सईद
फाइटोफ्थोरा कोलोकेसिया तारो ( कोलोकेसिया एस्कुलेंटा ) का सबसे विनाशकारी फंगल रोगाणु है , जो तारो पत्ती झुलसा का कारण बनता है। समान परिस्थितियों में उगाए गए तारो की किस्मों में तारो पत्ती झुलसा के लक्षण भिन्न थे। इससे यह सवाल उठा कि फाइटोफ्थोरा कोलोकेसिया अलग-अलग विषाणु में भिन्न हैं या नहीं। उठाए गए प्रश्न के उत्तर देने के लिए 2017 के फसल मौसम के दौरान 27 तारो उगाने वाले किसानों के खेतों का सर्वेक्षण किया गया। उसमें से 15 प्रतिनिधि फाइटोफ्थोरा कोलोकेसिया अलग-अलग प्रयोगशाला में अलग किए गए। फिर अलग किए गए पत्ते डिस्क विधि का उपयोग करके अलग किए गए पदार्थों का विषाणु परीक्षण किया गया। सभी अलग-अलग पदार्थ तारो के लिए रोगजनक थे, जिनमें काफी भिन्न (P<0.01) घाव का व्यास था। सबसे अधिक विषैला आइसोलेट सोडो ज़ुरिया आइसोलेट था, उसके बाद दामोट गेल और बोलोसो सोर से आइसोलेट थे, जिनका औसत घाव व्यास क्रमशः 46 मिमी, 37 मिमी और 35 मिमी था। दूसरी ओर, हाडारो और काचबीरा से एक आइसोलेट को सबसे कम विषैला माना गया, जिसका औसत घाव व्यास 17 मिमी था। आइसोलेट्स की विषाणुता उस ऊंचाई से दृढ़ता से जुड़ी हुई थी, जहां से नमूना एकत्र किया गया था (आर = 0.55)।