निशांत गुप्ता, शरद बजाज, प्रियांक शाह, रूपेन पारिख, ईशा गुप्ता, विश्वदीप ढिल्लों, विंसेंट देबारी, ऐमन हमदान, फ़ैज़ शमून, माइकल लैंग और महेश बिकिना
पृष्ठभूमि: ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) से संक्रमित रोगियों में परिधीय धमनी रोग (पीएडी) की वास्तविक व्यापकता अभी भी अज्ञात है। उद्देश्य: हमारे अध्ययन का उद्देश्य एचआईवी संक्रमित रोगियों में एंकल ब्रेकियल इंडेक्स (एबीआई) (आराम और व्यायाम दोनों) माप का उपयोग करके पीएडी की व्यापकता का आकलन करना था, जिसमें लिंग-मिलान वाले गैर-एचआईवी नियंत्रण के साथ सिर-से-सिर तुलना की गई थी। विधियाँ: हमने मार्च 2009 से दिसंबर 2009 तक कुल 214 रोगियों (70 एचआईवी रोगी और 144 गैर-एचआईवी नियंत्रण) को यादृच्छिक रूप से नामांकित किया। एडिनबर्ग क्लॉडिकेशन प्रश्नावली और एबीआई का उपयोग अध्ययन उपकरण के रूप में किया गया था। सामान्य एबीआई को 0.9 से 1.3 के रूप में परिभाषित किया गया था। फिशर के सटीक परीक्षण का उपयोग करके डेटा का विश्लेषण किया गया था। पीएडी के लिए विभिन्न हृदय और संक्रामक जोखिम कारकों का भी विश्लेषण किया गया था। परिणाम: 28.5% एचआईवी रोगियों में एडिनबर्ग प्रश्नावली का उपयोग करके क्लॉडिकेशन की सूचना दी गई, जबकि गैर-एचआईवी समूह में 12.5% रोगियों में यह सूचना दी गई (पी मान 0.0069)। पीएडी का संकेत देने वाली असामान्य एबीआई यानी व्यायाम पर एबीआई <0.9 या>15% पूर्ण गिरावट 10% एचआईवी रोगियों में रिपोर्ट की गई, जबकि गैर-एचआईवी समूह में 1.3% (पी मान 0.006)। बहुभिन्नरूपी विश्लेषण के आधार पर, आयु, कोकेशियान जाति, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हाइपरलिपिडिमिया, चयापचय सिंड्रोम और कम सीडी4 काउंट पीएडी के स्वतंत्र भविष्यवक्ता पाए गए। निष्कर्ष: सेक्स-मिलान वाले गैर-एचआईवी नियंत्रणों की तुलना में एचआईवी रोगियों में पीएडी का प्रचलन अधिक है।