अजय कुमार एन*
उद्देश्य: थायराइड हार्मोन अधिकांश कोशिकाओं की मूल चयापचय दरों को नियंत्रित करते हैं। यह अस्पताल आधारित अध्ययन नए निदान किए गए हाइपोथायरायड रोगियों में प्रेरित चयापचय परिवर्तनों और उसी में प्रारंभिक हस्तक्षेप के लाभों का मूल्यांकन करने के लिए किया गया था।
कार्यप्रणाली:
अध्ययन में एंडोक्रिनोलॉजी विभाग से यादृच्छिक रूप से चुने गए 30 रोगियों को शामिल किया गया था। सीरम टी 3, टी 4, टीएसएच, किडनी फंक्शन, कुल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को मानक किट का उपयोग करके मापा गया। 6 महीने के अंत में एल-थायरोक्सिन के साथ उपचार के बाद उन्हीं रोगियों का पुनर्मूल्यांकन किया गया। परिणाम: हाइपोथायरायड के रोगियों में यूथायरॉइड रोगियों की तुलना में एचबी में कमी, कुल कोलेस्ट्रॉल, सीरम यूरिक एसिड और क्रिएटिनिन स्तर में वृद्धि देखी गई।
निष्कर्ष : इससे पता चलता है कि थायरॉयड प्रतिस्थापन चिकित्सा के साथ प्रारंभिक हस्तक्षेप के परिणामस्वरूप चयापचय मापदंडों में प्रतिवर्ती परिवर्तन हुआ