थाबेलो माखुपाने1*, अज़ुबुइके बेंजामिन नवाको
पृष्ठभूमि: जन्मजात रूबेला सिंड्रोम (CRS) गंभीर जन्म दोष का कारण बनता है और इसे रोका जा सकता है। खसरा और रूबेला उन्मूलन के वैश्विक दृष्टिकोण के अनुरूप, लेसोथो ने फरवरी 2017 में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में खसरा-रूबेला (MR) वैक्सीन की शुरुआत की। अध्ययन का उद्देश्य रूबेला वैक्सीन की शुरुआत से पहले लेसोथो में CRS का बोझ दिखाना था। तरीके: यह एक क्रॉस-सेक्शनल वर्णनात्मक अध्ययन था। क्वीन ममोहतो मेमोरियल अस्पताल के कई स्रोतों से डेटा निकाला गया जिसमें इनपेशेंट, आउटपेशेंट, इलेक्ट्रॉनिक और प्रयोगशाला रिकॉर्ड और साथ ही विशेषज्ञ साक्षात्कार शामिल हैं। जनवरी 2012 से दिसंबर 2016 की अवधि के दौरान सीआरएस से पीड़ित 12 महीने से कम उम्र के शिशुओं की फाइलें चुनी गईं। परिणाम: अध्ययन अवधि के दौरान छह जिलों में सीआरएस का कम से कम एक मामला सामने आया। 4 जिलों में कोई मामला नहीं था। सीआरएस के अधिकांश (56%) मामले 2015 में रिपोर्ट किए गए थे। हम इस अध्ययन में लेसोथो में सीआरएस की घटनाओं का पता लगाने में असमर्थ थे। निष्कर्ष: समीक्षाधीन अवधि में लेसोथो में 9 सीआरएस मामलों का पता लगाना सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। बच्चे पैदा करने की उम्र वाली माताओं में प्रतिरक्षा का अंतर होता है जो भविष्य में टीकाकरण के लिए एक अवसर दिखाता है। संभावित सीआरएस केस-आधारित निगरानी सीआरएस के बोझ का सटीक अनुमान लगाने और नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में रूबेला-युक्त टीके की शुरूआत के प्रभाव को निर्धारित करने में उपयोगी होगी।