सुचित्रा मोहंती, सुशील कुमार साहू, नबनिता रॉय चट्टोपाध्याय, अमित कुमार, पियांकी दास और तथागत चौधरी
कापोसी का सारकोमा-संबंधी हर्पीज वायरस (KSHV) कई तरह की मानव कोशिकाओं को संक्रमित करता है, जिसमें उपकला, मेसेनकाइमल और एंडोथेलियल मूल की कोशिकाएँ शामिल हैं। इस वायरस का लेटेंसी एसोसिएटेड न्यूक्लियर एंटीजन (LANA) मेजबान कोशिका में वायरस के जीवित रहने के लिए आवश्यक कई वायरल और सेलुलर जीन के प्रतिलेखन को नियंत्रित करता है। TAp63α विभिन्न मृत्यु रिसेप्टर्स को बढ़ाकर और माइटोकॉन्ड्रियल झिल्ली क्षमता के नुकसान से तनावग्रस्त कोशिकाओं में अपोप्टोसिस को प्रेरित कर सकता है। वर्तमान अध्ययन दर्शाता है कि LANA एक दूसरे के साथ सीधे संपर्क द्वारा TAp63α-मध्यस्थ अपोप्टोसिस को रोकता है। इस संपर्क के परिणामस्वरूप TAp63α के कारण होने वाली माइटोकॉन्ड्रियल झिल्ली क्षमता के नुकसान में भी कमी आती है। इसलिए वर्तमान अध्ययन KSHV-संक्रमित कोशिकाओं के अपोप्टोसिस से बचने और जीवित रहने की सुविधा के लिए एक संभावित तंत्र को इंगित करता है।