ज़हरा अशरफ़, राणा अमजद, ईशा इदरीस, तुबा बाबर, शांज़ा सुल्तान और सुआलिहा शफ़ाक
उद्देश्य: इस अध्ययन का लक्ष्य उन स्थितियों की पहचान करना था जिनमें रोगी बार-बार एंटीबायोटिक दवाओं का स्वयं सेवन करते हैं। इस सर्वेक्षण आधारित अध्ययन का उद्देश्य लोगों के बड़े हिस्से में अनावश्यक स्व-चिकित्सा विशेषकर एंटीबायोटिक दवाओं को कम करना और इस खतरे को रोकने के लिए सामुदायिक फार्मासिस्ट की भूमिका को उजागर करना है।
डिज़ाइन: यह रिपोर्ट कराची के विभिन्न हिस्सों में किए गए सर्वेक्षण पर आधारित है।
मुख्य परिणाम उपाय: सर्दी, श्वसन पथ के संक्रमण के लिए एंटीबायोटिक की स्व-चिकित्सा।
परिणाम और चर्चा: इस समुदाय आधारित सर्वेक्षण का उद्देश्य कराची (पाकिस्तान) में एंटीबायोटिक दवाओं के गैर-पर्चे उपयोग का अध्ययन करना था। अध्ययन से पता चला कि ऊपरी श्वसन पथ के संक्रमण में एंटीबायोटिक दवाओं की स्व-चिकित्सा आम है, जो आमतौर पर वायरस के कारण होता है।