हरजीत कौर, संजीव जैन, राधिका कंबोज, गौरव पांडव
सियालोलिथियासिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें लार ग्रंथि या उसके उत्सर्जन नली में कैल्केरियस कंक्रीट बनने के कारण रुकावट आ जाती है, जिसके परिणामस्वरूप लार का एक्टेसिया और उसके बाद लार ग्रंथि का फैलाव होता है। अधिकांश सियालोलिथ सबमंडिबुलर ग्रंथि या उसकी नली में होते हैं और यह तीव्र और जीर्ण संक्रमणों का एक सामान्य कारण है। अधिकांश लार के पत्थरों में कम लक्षण होते हैं या वे कम से कम परेशानी पैदा करते हैं, लेकिन बड़े पत्थर लार के प्रवाह में बाधा डाल सकते हैं और दर्द और सूजन का कारण बन सकते हैं। सियालोलिथ कैल्सीफाइड कार्बनिक पदार्थ होते हैं जो प्रमुख लार ग्रंथियों के स्रावी तंत्र के भीतर बनते हैं। लार ग्रंथि की पथरी लार ग्रंथियों की सबसे आम बीमारी है, और इसकी लंबाई छोटे कणों से लेकर कई सेंटीमीटर तक हो सकती है। यह केस रिपोर्ट सबमंडिबुलर ग्रंथि सियालोलिथ से पीड़ित एक मरीज का वर्णन करती है