भट्टाचार्जी ए, चक्रवर्ती ए, दत्ता डी, साव ए, चक्रवर्ती एस, सामंत एन, बिस्वास पीएस और मुखोपाध्याय जी
भृंगराज (एक्लिप्टा अल्बा) के पूरे पौधे को सुखाकर चूर्णित किया गया। चूर्णित पौधे की सामग्री के फाइटोकॉन्स्टिट्यूएंट्स को दो अलग-अलग विलायकों अर्थात् पेट्रोलियम ईथर (गर्म रिसाव) और मेथनॉल (ठंडा मैसेरेशन) के साथ अलग-अलग निकाला गया ताकि उपरोक्त दो विलायकों की तुलनात्मक निष्कर्षण दक्षता प्राप्त की जा सके। β-सिटोस्टेरॉल में एंटीएंड्रोजेनिक, एंटीकैंसर, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीप्रोस्टेटिक, एंटीट्यूमर आदि गतिविधि होने की सूचना दी गई है, जिसे उपरोक्त पौधे की सामग्री के परिमाणीकरण के लिए सक्रिय बायोमार्कर के रूप में चुना गया था। बायोमार्कर के परिमाणीकरण के लिए HPTLC किया गया और प्राप्त डेटा की तुलना HPLC डेटा से की गई। पेट्रोलियम ईथर को मेथनॉल की तुलना में ई. अल्बा से β साइटोस्टेरॉल के लिए एक प्रभावी निष्कर्षण विलायक पाया गया। ई. अल्बा मेथनॉलिक और पेट्रोलियम ईथर अर्क में β-सिटोस्टेरॉल की प्रतिशत मात्रा एच.पी.टी.एल.सी. द्वारा क्रमशः 0.10% और 4.65% w/w पाई गई, जबकि एक्लिप्टा अल्बा पेट्रोलियम ईथर अर्क में β-सिटोस्टेरॉल की प्रतिशत मात्रा एच.पी.एल.सी. द्वारा 4.67% w/w पाई गई। ए.ए.एस. डेटा से पता चला कि धातुओं (पी.पी.एम. ± एस.ई.एम.) की उपस्थिति सुरक्षा सीमा के भीतर है, तांबा (1.151 ± 0.031), क्रोमियम (0.528 ± 0.012), कैडमियम (0.021 ± 0.035), सीसा (0.860 ± 0.009), आर्सेनिक (0.081 ± 0.007), पारा (0.036 ± 0.010)।