कलीम उर रहमान, अमीत जेसरानी और मुबारक अली
पृष्ठभूमि : वृक्क कोशिका कार्सिनोमा (RCC) सभी मानव घातक ट्यूमर का 3% है। RCC का व्यवहार स्पष्ट रूप से इसके उपप्रकार पर निर्भर करता है। CT स्कैन ट्यूमर के बारे में और इसके सटीक विस्तार के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान कर सकता है। क्लियर सेल रीनल कार्सिनोमा का प्री-हिस्टोलॉजिकल निदान CT स्कैन सुविधाओं के आधार पर अधिक सटीकता के साथ किया जा सकता है और अंततः रोग के निदान और प्रबंधन में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा।
उद्देश्य: हिस्टोपैथोलॉजिकल निष्कर्षों को स्वर्ण मानक के रूप में लेते हुए क्लियर सेल रीनल कार्सिनोमा के निदान में कंप्यूटेड टोमोग्राफी की नैदानिक सटीकता का निर्धारण करना। तरीके: कुल 100 रोगियों में गुर्दे की गांठ थी। सभी रोगियों ने कंट्रास्ट एन्हांस्ड CT स्कैन करवाया। CT स्कैन सुविधाओं के आधार पर RCC के हिस्टोलॉजिकल उपप्रकार, क्लियर सेल रीनल कार्सिनोमा का प्री-सर्जिकल निदान किया गया। रोगियों का नेफरेक्टोमी द्वारा पालन किया गया। CT स्कैन की नैदानिक सटीकता निर्धारित की गई।
परिणाम: पुरुष से महिला अनुपात 3.2: 1.0 था। अध्ययन के कुल विषयों में से 85.0% रोगी रीनल सेल कार्सिनोमा के थे और इनमें से 40 (47%) दाएं तरफा और 45 (53%) बाएं तरफा थे। ट्यूमर का औसत आकार 12.75 सेमी था। सीटी स्कैन की संवेदनशीलता, विशिष्टता और निदान सटीकता क्रमशः 89.0%, 72.7% और 86.0% थी। निष्कर्ष: सीटी स्कैन क्लियर सेल रीनल कार्सिनोमा के निदान में सहायक था। सबसे मूल्यवान पैरामीटर क्लियर सेल रीनल कार्सिनोमा की वृद्धि की डिग्री थी, जिसमें अन्य पैरामीटर पूरक भूमिका निभाते थे।