समीरा वी, नागा दीप्ति सीएच, श्रीनु बाबू जी और रवि तेजा वाई
प्रदूषण दशकों से एक बड़ी समस्या रही है, जो हमारे पर्यावरण और संसाधनों को नष्ट कर रही है। सभी प्रकार के प्रदूषणों में से, भारी धातु प्रदूषण जैवमंडल के लिए एक बड़ा खतरा पैदा कर रहा है। यह मुख्य रूप से औद्योगिक अपशिष्टों के वायुमंडल में छोड़े जाने के कारण होता है। उद्योग औद्योगिक अपशिष्टों से हानिकारक प्रदूषकों को हटाने के लिए विभिन्न रासायनिक प्रक्रियाओं का पालन करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप विभिन्न नुकसान होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप रासायनिक तकनीकों के नुकसानों को ध्यान में रखते हुए कई पर्यावरण-अनुकूल तकनीकें सामने आई हैं। भारी धातुओं के सूक्ष्मजीव कोशिकाओं द्वारा जैवशोषण को औद्योगिक अपशिष्टों से भारी धातुओं की वसूली के लिए मौजूदा तकनीकों के संभावित विकल्प के रूप में मान्यता दी गई है। वर्तमान समीक्षा विभिन्न तरीकों से विभिन्न धातुओं के जैवशोषण पर केंद्रित है, जो पर्यावरण को बिना किसी नुकसान के/वायुमंडल में रसायनों को छोड़े बिना पर्यावरण की पर्यावरण-अनुकूल सफाई की ओर ले जाती है, यह लेख मुख्य रूप से Fe, Cr (VI), U, Pb, Cu2+, Cd (II), Mn, Zn, Ni, Lanthanides, Ni के जैवशोषण और पर्यावरण की सफाई में इस तकनीक की भूमिका से संबंधित है।