विंग किट लाई, डेनिस ई. जैक्सन*
पृष्ठभूमि: डाराटुमुमैब एक नई मोनोक्लोनल एंटीबॉडी (एंटी-सीडी38) दवा है जो मुख्य रूप से मल्टीपल मायलोमा रोगियों के लिए है। डाराटुमुमैब से उपचारित रोगियों में रक्त संबंधी प्रतिकूल घटनाएं सबसे आम हैं। हालाँकि, डाराटुमुमैब के कारण होने वाले दुष्प्रभावों की संभावना का समर्थन करने के लिए अपर्याप्त प्रकाशन हैं। यह व्यवस्थित समीक्षा और मेटा-विश्लेषण डाराटुमुमैब की रक्त संबंधी सुरक्षा की जांच करने के लिए था।
विधियाँ: जनवरी 2010 से अगस्त 2021 तक व्यवस्थित रूप से पात्र नैदानिक परीक्षणों की खोज के लिए PubMed, EMBASE, Scopus, Cochrane library, Google Scholar का उपयोग किया गया, केवल यादृच्छिक केस नियंत्रण परीक्षणों को ही शामिल किया गया।
परिणाम: मेटा-विश्लेषण में नौ अध्ययन शामिल किए गए थे। डाराटुमुमैब के उपयोग से एनीमिया का जोखिम कम होता है (विषम अनुपात [OR], 0.83; 95% विश्वास अंतराल [CI], 0.72-0.96; I2=0%; P=0.01) लेकिन थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (OR, 1.34; 95% CI, 1.02-1.76; I2=71%; P=0.04), न्यूट्रोपेनिया (OR, 1.83; 95% CI, 1.42- 2.34; I2=70%; p<0.00001), और लिम्फोपेनिया (OR, 1.53; 95% CI, 1.23-1.91; I2=21%; P=0.0002) का जोखिम काफी अधिक है।
निष्कर्ष: नैदानिक परीक्षणों में डैराटुमुमैब के प्रशासन से थ्रोम्बोसाइटोपेनिया, न्यूट्रोपेनिया और लिम्फोपेनिया का जोखिम बढ़ गया, इन घटनाओं का जोखिम भी बढ़ गया। हालांकि, नैदानिक परीक्षणों में इसने एनीमिया पर सुरक्षात्मक प्रभाव दिखाया।