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अमूर्त

अस्पताल चिंता और अवसाद पैमाने (HADS) के अनुसार मौखिक कैंसर के रोगियों में अवसाद का जोखिम

इकरा जाकिर, हमदान अहमद पाशा, अहमद नवाज अहमद, सईद अख्तर, शकील अकील

पृष्ठभूमि: मौखिक कैंसर के रोगियों को उपचार के दौरान अवसाद का खतरा होता है, फिर भी जोखिम वाले रोगियों को उजागर करने के लिए बहुत कम उपकरण हैं। हमारा उद्देश्य मौखिक कैंसर के रोगियों में पोस्ट-ऑपरेटिव अवसाद से जुड़े जोखिम कारकों की पहचान करने के लिए एक मान्य पैमाने का उपयोग करना था।

विधियाँ: हमने जुलाई 2019 से जनवरी 2020 तक एक क्रॉस सेक्शनल अध्ययन किया। मौखिक कैंसर के रोगियों ने ऑपरेशन के बाद अस्पताल की चिंता और अवसाद पैमाने प्रश्नावली भरी। अवसाद के जोखिम से जुड़े कारकों का विश्लेषण किया गया।

परिणाम: अध्ययन में 117 रोगियों ने भाग लिया, जिनमें से 84.7% पुरुष थे। जीभ के कैंसर सबसे आम थे (29.9%), उसके बाद 24.8% रोगियों में मुख कैंसर था। महिलाओं का औसत अवसाद स्कोर 14.00 ± 3.71 था, जबकि पुरुषों का स्कोर 10.64 ± 4.87 था। महिलाओं और मुख ट्यूमर वाले रोगियों में पोस्टऑपरेटिव अवसाद का जोखिम अधिक था।

निष्कर्ष: मौखिक कैंसर के रोगियों, विशेष रूप से महिलाओं और मुख ट्यूमर वाले रोगियों को, शल्य चिकित्सा के बाद उनके मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य के संबंध में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि रोगी अनुपालन को अनुकूलित किया जा सके, रोगी देखभाल और जीवन की गुणवत्ता में सुधार किया जा सके।

अस्वीकृति: इस सारांश का अनुवाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरणों का उपयोग करके किया गया है और इसे अभी तक समीक्षा या सत्यापित नहीं किया गया है।