ऐकातेरिनी वावूराकी
क्रॉस-लिंक्ड स्टाइरीन-डिविनाइलबेन्जीन पॉलिमर यानी एफपीएक्स 66 को सोरबेंट के रूप में इस्तेमाल करके ऑलिव मिल अपशिष्ट जल (ओएमडब्लू) से पॉलीफेनॉल के सोखने के प्रयोग किए गए हैं। विशेष रूप से एफपीएक्स 66 द्वारा ओएमडब्लू से प्राप्त फेनोलिक यौगिकों और कार्बोहाइड्रेट के सोखने की प्रक्रिया तेज़ थी। पहले 1 घंटे के भीतर पॉलीफेनॉल और कार्बोहाइड्रेट में क्रमशः 68 और 60% की कमी देखी गई। पॉलीफेनॉल सांद्रता मानों को बढ़ाने से एफपीएक्स 66 रेजिन सोखने की क्षमता बढ़ गई। 7.5 से कम ओएमडब्लू-उत्प्रवाह-पीएच पर एफपीएक्स 66 से पॉलीफेनॉल का निष्कासन उच्च (77%) था और 9.0 से अधिक पीएच के लिए कम (40%) था। सोखने की गतिकी और संतुलन अध्ययन किए गए, जिसमें लैंगमुइर और फ़्रेंडलिच मॉडल दोनों के लिए संतुलन डेटा को फ़िट किया गया। छद्म प्रथम क्रम, छद्म द्वितीय क्रम और अंतराणुक प्रसार तंत्र की धारणा पर आधारित बैच अधिशोषण मॉडल ने दिखाया कि FPX 66 रेजिन पर OMW से प्राप्त पॉलीफेनोल्स के अधिशोषण के गतिज डेटा ने छद्म प्रथम क्रम और अंतराणुक प्रसार की तुलना में छद्म द्वितीय क्रम का अनुसरण किया। पुनर्जनन अध्ययनों से पता चला है कि फेनोलिक यौगिकों की पुनर्प्राप्ति के लिए कम pH मान कुशल था, जिसका अर्थ है कि पुनर्जनन का मुख्य तंत्र रासायनिक अवशोषण हो सकता है। अधिशोषण गतिकी और संतुलन अध्ययनों के ये परिणाम OMW अपशिष्ट से पॉलीफेनोल सोर्बेंट के रूप में FPX 66 रेजिन की दक्षता को इंगित करते हैं।