सोलोमन प्रथम उबानी
क्षारीय पेप्टोन शोरबा चयनित बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाने के लिए एक माध्यम था। ये क्षारीय परिस्थितियों में गुणा कर सकते हैं (आदि विब्रियो कोलेरा ) और उच्च पीएच के तहत विकसित नहीं हो सकते। इस विधि में पौधों में प्रोकैरियोटिक सूक्ष्मजीवों के घटक का स्टोइकोमेट्रिक परीक्षण शामिल था। अध्ययन किए गए कारकों में गोल, स्तंभकार से लेकर कुंडलाकार तक की कई संरचनाएं शामिल हैं। परिणामों से पता चला कि शोरबा में कॉलोनियों में दो क्षेत्रों में निहित ठोस माध्यम पर विकासात्मक रूप से जटिल स्ट्रेप्टोमाइसेस थे।