सोनी, मांझी पीके, कुमार एम और सिंह डीके
उद्देश्य: स्नातक छात्रों के बीच पी-ड्रग अवधारणा की बेहतर समझ बनाना तथा समाज में बेहतर चिकित्सक तैयार करना, पाठ्यक्रम में पी-ड्रग को शामिल करने का मुख्य उद्देश्य है, जो केवल छात्रों के बीच समस्या-आधारित प्रश्न सीखने को शामिल करके ही प्राप्त किया जा सकता है।
सामग्री और विधियाँ: पीड्रग की व्यावहारिक कक्षा में केस स्टडीज को शामिल करके एक अवलोकनात्मक अध्ययन किया गया।
परिणाम: स्नातक स्तर के विद्यार्थियों में पी-ड्रग के चयन के बारे में बेहतर समझ विकसित हुई; उनके लिए यह समझना अधिक सुविधाजनक था कि नैदानिक मामलों के आधार पर पी-ड्रग का चयन कैसे किया जाए।
निष्कर्ष: बेहतर समझ के लिए और भावी चिकित्सक को दवा के तर्कसंगत उपयोग की अच्छी अवधारणा से परिचित कराने के लिए पाठ्यक्रम में अधिक से अधिक नैदानिक केस-आधारित अध्ययन को शामिल किया जाना चाहिए।