कुदसिया काजी, जुबैदा अख्तर, कामरान खान और आमेर हयात खान
उद्देश्य: सिजेरियन सेक्शन (सीएस) महिलाओं के लिए आम तौर पर की जाने वाली प्रक्रिया है, कई विकसित देशों में लगभग एक तिहाई महिलाएं जन्म देते समय इसका अनुभव करती हैं। पाकिस्तान के दूरदराज के इलाकों में कई प्रसवपूर्व महिलाओं द्वारा सीएस को अभी भी प्रसव का एक असामान्य तरीका माना जाता है। अध्ययन का उद्देश्य पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम में प्रसवपूर्व ग्राहकों की सीएस के बारे में धारणाओं को निर्धारित करना है।
सामग्री और तरीके: एक स्व-प्रशासित प्रश्नावली आधारित सर्वेक्षण तैयार किया गया था। विषयों को सितंबर 2009 से दिसंबर 2009 के बीच महिला और बाल शिक्षण अस्पताल बन्नू, पाकिस्तान में नामांकित किया गया था। अध्ययन के आंकड़ों के लिए पूर्व-मान्य, स्व-विकसित प्रश्नावली का इस्तेमाल किया गया था। आंकड़ों को विश्लेषण के लिए सामाजिक विज्ञान के सांख्यिकी पैकेज (SPSS 16®
) में डाला गया सत्तर (17.6%) महिलाओं ने अपने जीवन को खतरे में डालने के मामले में सी.एस. को अच्छा माना, जबकि 195 (48.6%) महिलाओं ने किसी भी परिस्थिति में सी.एस. को स्वीकार नहीं किया। केवल 35 (8.7%) महिलाओं ने सांस्कृतिक बाधा और महिलाओं के लिए अभिशाप के संदर्भ में सी.एस. को असुविधाजनक माना।
निष्कर्ष: वर्तमान अध्ययन पिछले संदेह की पुष्टि करता है कि प्रसवपूर्व ग्राहकों का एक महत्वपूर्ण अनुपात सी.एस. के खिलाफ है और सी.एस. के प्रति लोगों की नकारात्मक सांस्कृतिक धारणा ने वर्तमान घृणा को मजबूत किया है।