बीनू सांथा, वृंदा सक्सैना, मनीष जैन, नवीन एस यादव, विधात्री तिवारी और उत्कर्ष तिवारी
पृष्ठभूमि: ओरल सब म्यूकस फाइब्रोसिस ओरल म्यूकोसा की एक पुरानी घातक बीमारी है। ओरल सब म्यूकस फाइब्रोसिस (OSMF) एक प्री-कैंसर स्थिति है जो मुख्य रूप से पान चबाने वालों, सुपारी चबाने वालों, तम्बाकू धूम्रपान करने वालों और चबाने वालों में देखी जाती है। झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोग चबाने की आदत के प्रति अधिक प्रवण होते हैं। इसलिए भोपाल शहर के झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों में तम्बाकू के उपयोग और OSMF के साथ इसके संबंध का विश्लेषण करने के लिए यह अध्ययन किया गया।
उद्देश्य: भारत के भोपाल शहर में झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों के बीच मौखिक उप-श्लेष्म फाइब्रोसिस की व्यापकता और तम्बाकू के उपयोग के साथ इसके संबंध का अध्ययन करना।
सामग्री और विधियाँ: यह अध्ययन झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों में तम्बाकू से जुड़ी आदतों और मौखिक स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव का मूल्यांकन करने के लिए किया गया था। अध्ययन में चोला रोड के निवासियों को शामिल किया गया था। डेटा एकत्र करने के लिए एक स्व-डिज़ाइन किए गए मुद्रित प्रश्नावली फ़ॉर्म का उपयोग किया गया था। प्रश्नों में डेमोग्राफिक विवरण, तम्बाकू सेवन की आदत और तम्बाकू सेवन की आवृत्ति शामिल थी।
परिणाम: भोपाल शहर के झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों में तम्बाकू की आदत आम है और इसका इस आबादी में ओरल सब म्यूकस फाइब्रोसिस की घटना के साथ कोई महत्वपूर्ण संबंध नहीं है (p>0.05)।
निष्कर्ष: तम्बाकू सेवन की आदत का भोपाल शहर के झुग्गी-झोपड़ी निवासियों में ओएसएमएफ की घटना पर प्रभाव पड़ता है।