अमुधा ओन्दिवीरप्पन
प्रस्तुत अध्ययन भारत के थेनी जिले में नदियों में आने वाले गंदे पानी तथा लोगों के जीवन को प्रभावित करने वाले प्रभावों पर विचार कर रहा है। वराह (वराहनधि) एक छोटी नदी है जो भारत के तमिलनाडु राज्य के थेनी जिले के पेरियाकुलम कस्बे से होकर बहती है। यह मरुगलपट्टी के पास वैगई नदी में मिल जाती है। आज के समय में वराह नदी, जिसे कभी पवित्र माना जाता था, तेजी से एक खुला नाला बनती जा रही है, क्योंकि नाले का पानी इसकी ओर मोड़ दिया गया है। पंचायत संघ का कचरा तथा नगर पालिका का कचरा नदी में डाला जा रहा है। किनारे रहने वाले लोग मच्छरों तथा बीमारियों की शिकायत करते हैं। उन्हें बीमार होने से बचाने के लिए बंद नालियों की आवश्यकता है। भारतीय अधिकारियों ने कहा है कि लगभग छब्बीस करोड़ रुपए की लागत से वैकल्पिक जल निकासी व्यवस्था बनाने पर विचार किया जाना चाहिए। सर्वेक्षण तथा इस खुले नाले के पास रहने वाले लोगों से पूछे गए प्रश्नों में शिकायत की गई है कि भारतीय अधिकारियों ने सर्वेक्षण किया था, तथा पैसे का भुगतान किए जाने के बावजूद अभी तक कुछ नहीं किया गया है।