अर्जुनन मुथुकुमार और अर्जुनन वेंकटेश
पुदीना के कॉलर रॉट के प्रकोप का आकलन करने के लिए कोयंबटूर, डिंडीगुल, इरोड, होसुर, कृष्णगिरि, नमक्कल, सलेम और थेनी जिलों के आसपास 2011-2012 के दौरान रोविंग सर्वेक्षण किया गया था। कोयंबटूर जिले के थेरकुपलायम गांव में 32.33% का अधिकतम प्रकोप दर्ज किया गया था। संक्रमित नमूनों से रोगाणु को अलग किया गया और 8 स्केलेरोटियम रॉल्फ्सी अलगाव बनाए रखा गया। इन अलगावों की रोगजनकता के स्तर से पता चला कि कोयंबटूर जिले के थेरकुपलायम से एस. रॉल्फ्सी (I1) सबसे अधिक विषैला था और कॉलर रॉट प्रकोप (93.66%) के उच्च स्तर का कारण बना। मिट्टी में 5% से 1 किलोग्राम तक एस. रॉल्फ्सी के इनोकुलम लोड ने पुदीना के कॉलर रॉट के 92.66% का अधिकतम प्रकोप दर्ज किया। पौधों में अंकुरण के 20 दिन बाद 92.66% तक मुरझाने की उल्लेखनीय उच्च दर दर्ज की गई तथा यह अन्य उपचारों की तुलना में काफी अधिक संवेदनशील पाया गया।