सुसान स्टॉकटन और डेविड मैक.ए. बेकर
उद्देश्य: मोटापे के कारणों पर चर्चा करना तथा कॉलेज के छात्रों में फास्ट फूड (एफएफ) के सेवन का पता लगाना इस अध्ययन का उद्देश्य है।
विधियाँ: इलेक्ट्रॉनिक सर्वेक्षण वसंत सेमेस्टर 2012 में वितरित किए गए। उत्तरदाताओं के डेटा का आयु समूहों के आधार पर माध्य, मानक विचलन और आवृत्ति वितरण के लिए विश्लेषण किया गया।
परिणाम : सर्वेक्षण प्रतिक्रियाओं से पता चला कि इस अध्ययन में युवा आयु वर्ग के कॉलेज के छात्रों ने पहले बताए गए आंकड़ों से ज़्यादा फ़ास्ट फ़ूड खाया और सभी आयु वर्ग के लोगों में भोजन संबंधी ज्ञान के साथ विरोधाभासी खाने का व्यवहार पाया गया। छात्रों ने स्वीकार किया कि वे हफ़्ते में कम से कम एक बार या उससे ज़्यादा फ़ास्ट फ़ूड खाते हैं।
निष्कर्ष: शोध डेटा के विश्लेषण से स्वास्थ्य शिक्षकों के लिए न केवल फास्ट फूड के सेवन की आवृत्ति, बल्कि ऊर्जा/स्वास्थ्य संवर्धन या त्वरित आयु-संबंधी परिवर्तनों की भावनाओं के साथ सह-संबंधित खाए जाने वाले भोजन के प्रकार की धारणाओं को संबोधित करने की निरंतर चिंता पैदा होती है।