इरफान अहमद, मोहम्मद नसीरुद्दीन, मोहम्मद असद खान, मोहम्मद जफरयाब, सैयद हसन मेहदी और मोहम्मद मोशाहिद ए रिज़वी
न्यूट्रास्यूटिकल्स ने अपने चिकित्सीय निहितार्थों के कारण हाल के वर्षों में बहुत अधिक जानकारी प्राप्त की है। ग्लूटामेट, फ्लेवोनोइड्स, पॉलीफेनोल और टेरपेनोइड्स जैसे द्वितीयक मेटाबोलाइट्स प्रकृति में व्यापक हैं और मानव आहार का हिस्सा हैं। प्रीबायोटिक प्रकृति के पॉलीसेकेराइड का उपयोग चिकित्सीय और रोगनिरोधी एजेंट दोनों के रूप में किया जाता है। हाल के दिनों में इन न्यूट्रास्यूटिकल्स में मानव आंत में एंटीजेनिक और ऑक्सीडेटिव दबाव को कम करने की बहुत अधिक क्षमता पाई गई है। एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार प्रतिक्रियाशील ऑक्सीजन प्रजातियों से प्रेरित रोगजनन के खिलाफ एक संभावित चिकित्सीय एजेंट है। एंटीऑक्सीडेंट और प्रीबायोटिक्स युक्त न्यूट्रास्यूटिकल्स में मौजूद एपिजेनेटिक यौगिक रोगजनन से जुड़े कारक कारकों को कम करते हैं और हटाते हैं। फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रदर्शित करते हैं और उन्हें संभावित गैस्ट्रोप्रोटेक्टिव एजेंट और एपिजेनेटिक मॉड्यूलेटर के रूप में भी पहचाना गया है। कुकुरबिटासिन जैसे ट्राइटरपेनोइड्स में कैंसर विरोधी गतिविधियाँ पाई जाती हैं। ग्लूटामेट एक एंटरिक न्यूरोट्रांसमीटर है जिसका उपयोग नवजात शिशुओं की आंत के कार्य को बेहतर बनाने में किया जाता है। यह समीक्षा आंत को नियंत्रित करने वाले न्यूट्रास्यूटिकल्स के वर्तमान ज्ञान का व्यापक रूप से सारांश प्रस्तुत करती है जो अंततः विभिन्न मैक्रो और माइक्रो आणविक मार्गों को नियोजित करके आंत की रोकथाम से लेकर उसके उपचार तक अपनी भूमिका निभा सकते हैं।