हिना हसनैन, हुमा अली, अनम तारिक, फरया जफर और सफिला नवीद
गैर-स्टेरॉयड एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) के उत्पाद मुख्य रूप से और सबसे व्यापक रूप से उनके बहुउद्देशीय कार्यों, यानी एनाल्जेसिक एंटी पायरेटिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव के कारण उपयोग किए जाते हैं। उनके चिकित्सीय प्रभाव के अलावा उनका विषाक्त प्रभाव साइक्लोऑक्सीजिनेज (COX) एंजाइम की उनकी चयनात्मकता पर आधारित है। जबकि NSAIDs से जुड़ी हृदय संबंधी विषाक्तता मुख्य रूप से COX-2 चयनात्मक अवरोधक से संबंधित है और मुख्य रूप से उनकी खुराक के समय और अवधि पर निर्भर करती है। चिकित्सीय प्रतिक्रिया और विषाक्तता के प्रति संवेदनशीलता में परिवर्तनशीलता अच्छी तरह से पहचानी जाती है और यदि काफी सावधानी बरती जाए तो इसे प्रबंधित किया जा सकता है।