वीटी वेडर
वर्तमान अध्ययन में दो प्रणालियों अर्थात Zn1-xNixFeCrO4 और Zn1-xCoxFeCrO4 (0.0 ≤ x ≤ 1.0) के लिए मिथाइल ऑरेंज, मिथाइल रेड और कांगो रेड रंगों के फोटो डिग्रेडेशन में बढ़ी हुई फोटोकैटलिटिक गतिविधि प्रदर्शित की गई। इस अध्ययन का मूल उद्देश्य कार्बनिक रंगों के विघटन के लिए फोटोकैटलिस्ट के रूप में डोप किए गए जिंक फेरिक्रोमाइट के एक उपयुक्त यौगिक को खोजना है। क्रिस्टलीय नैनोपाउडर के संश्लेषण के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सोल-जेल प्रक्रिया ने यूवी प्रकाश विकिरणों के तहत बेहतर फोटोकैटलिटिक गतिविधि दी। परिणाम से पता चला कि, डोप किए गए यौगिकों की उपस्थिति में यूवी प्रकाश के साथ रंग तेजी से विघटित होते हैं। रंगों में अवशिष्ट सांद्रता से रंगों के विघटन की दर का अनुमान स्पेक्ट्रो-फोटोमेट्रिक रूप से लगाया गया था।