कीर्तिराज के गायकवाड*, लोकमन हकीम
कपड़ों में प्राकृतिक रंगों के इस्तेमाल के लाभों के बारे में अधिक से अधिक लोग उत्सुक हो रहे हैं। सिंथेटिक रंगों से जुड़ी विषाक्त और एलर्जी प्रतिक्रियाओं ने कई देशों को कड़े पर्यावरण नियम स्थापित करने के लिए प्रेरित किया है। प्राकृतिक रंग सिंथेटिक रंगों की तुलना में अधिक बायोडिग्रेडेबल और पर्यावरण के अनुकूल हैं। प्राकृतिक रंग चार प्रकार के होते हैं: वे जो पौधों, जानवरों, खनिजों और सूक्ष्मजीवों से उत्पन्न होते हैं। सभी प्राकृतिक कपड़ों को प्राकृतिक रंगों का उपयोग करके रंगा जा सकता है। हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार, उनका उपयोग सिंथेटिक कपड़ों को रंगने के लिए भी किया जा सकता है। प्राकृतिक रंग केवल कपड़ों के लिए ही नहीं हैं; उनका उपयोग भोजन, दवा, हस्तशिल्प और चमड़े के प्रसंस्करण में भी किया जाता है। प्राकृतिक रंग प्रदान करने वाले कई पौधों का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में भी किया जाता है। इस लेख में प्राकृतिक रंगों के वर्गीकरण और उनके निर्माण और अनुप्रयोग से जुड़ी कई स्थिरता चुनौतियों की समीक्षा की गई है ताकि यह व्यापक हो सके।