एरी हर्यंतो रेक्सोडिपुत्रो
उद्देश्य: इंडोनेशिया में बी सेल नॉन हॉजकिन लिंफोमा (एनएचएल) रोगियों का राष्ट्रीय महामारी विज्ञान डेटा प्राप्त करना, जिसमें शामिल हैं: जनसांख्यिकीय और नैदानिक विशेषताएं, ऊतकवैज्ञानिक प्रकार और जीवित रहने का समय।
विधियाँ: यह अध्ययन इंडोनेशिया के 13 हेमाटोलॉजी केंद्रों से बी सेल नॉन हॉजकिन लिम्फोमा से पीड़ित रोगियों पर नवंबर 2008 से जुलाई 2010 तक किया गया एक बहुकेन्द्रीय क्रॉस सेक्शनल अध्ययन था।
परिणाम: एकत्र किए गए एक सौ चौसठ बी सेल नॉन हॉजकिन लिम्फोमा रोगियों की औसत आयु 51 वर्ष थी और उनमें सबसे अधिक हिस्टोलॉजिकल प्रकार का डिफ्यूज लार्ज बी सेल लिम्फोमा (डीएलबीसीएल) था। अधिकांश रोगी पुरुष (55.5%) थे, रोग का चरण II (35.4%) था और ECOG प्रदर्शन स्थिति स्कोर 0-1 (77.7%) था। उनमें वजन कम होने (44.7%) और गर्दन के ट्यूमर (54.1%) की मुख्य शिकायत थी। 67.9% रोगियों में पूर्ण प्रतिक्रिया प्राप्त हुई, जिन्होंने 36 महीने तक धर्मिस कैंसर सेंटर अस्पताल में उपचार जारी रखा, जिसमें 36.4% की जीवित रहने की दर और 8 महीने का औसत जीवित रहने का समय था (95% CI 2.042-13.958 था)
निष्कर्ष: इस अध्ययन में बी सेल एनएचएल रोगियों में, सबसे आम विशेषताएँ थीं: पुरुष, 51 वर्ष की औसत आयु, बीमारी का चरण II, ECOG प्रदर्शन स्थिति स्कोर 0-1 और DLBCL प्रकार सामान्य प्रकार के रूप में। 36 महीने की उत्तरजीविता दर 36.4% थी, जिसमें औसत उत्तरजीविता समय 8 महीने था।