राजा अमरिंदर, इंदरपाल कौर, जतिंदर सिंह और तेजिंदर कौर
परिचय: त्वचीय प्रतिकूल दवा प्रतिक्रियाएँ (ADRs) दवाओं के लिए सबसे अधिक बार होने वाली ADRs हैं। इन प्रतिक्रियाओं में एक विविध रूपात्मकता होती है और ये महत्वपूर्ण मृत्यु दर और रुग्णता के लिए जिम्मेदार होती हैं। इस अध्ययन का उद्देश्य त्वचीय ADRs के रूपात्मक पैटर्न को चिह्नित करना और अपराधी एजेंटों का निर्धारण करना है।
विधि: यह अध्ययन 1 मार्च 2014 से 31 मई 2015 तक त्वचाविज्ञान, रतिजरोग और कुष्ठ रोग विभाग, गुरु नानक देव अस्पताल, सरकारी मेडिकल कॉलेज, अमृतसर में किया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन - उप्पसाला निगरानी केंद्र (डब्ल्यूएचओ-यूएमसी) कार्य-कारण पैमाने का उपयोग त्वचा संबंधी एडीआर की कार्य-कारणता निर्धारित करने के लिए किया गया था और गंभीरता का आकलन हार्टविग्स गंभीरता पैमाने का उपयोग करके किया गया था।
परिणाम : वर्तमान अध्ययन में, त्वचीय एडीआर की सबसे अधिक घटनाएं 31-40 वर्ष की आयु वर्ग (25.0%) में थीं, और अधिक बार महिला रोगियों (54.2%) में। रोगाणुरोधी दवाएं सबसे आम तौर पर शामिल दवाएं (37.5%) थीं, इसके बाद गैर-स्टेरायडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) (25.0%), विभिन्न संयोजन दवाएं (10.0%), कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स और एंटीपीलेप्टिक्स (6.6%) थे। सबसे आम तौर पर देखा गया रूपात्मक पैटर्न फिक्स्ड ड्रग इरप्शन (33.3%) था, उसके बाद मैकुलोपापुलर रैश (30.8%) और स्टीवन जॉनसन सिंड्रोम (5.8%) थे। क्रमशः 1.6%, 93.3% और 41.5% प्रतिक्रियाओं के लिए कार्य-कारण का आकलन निश्चित, संभावित और संभव था। 109 मामले स्तर 3 की गंभीरता के थे, 10 मामले स्तर 4 की गंभीरता के थे तथा एक मामला स्तर 7 का था, जहां एक मरीज की मृत्यु के लिए ADR जिम्मेदार था।
चर्चा: अधिकांश प्रतिकूल दवा प्रतिक्रियाओं को रोका जा सकता है, बशर्ते दवाओं का तर्कसंगत उपयोग किया जाए। रोगाणुरोधी सबसे आम कारण समूह थे और निश्चित दवा विस्फोट सबसे अधिक बार सामना किया जाने वाला रूपात्मक पैटर्न था। इसलिए यह जरूरी है कि प्रत्येक रोगी में दवा प्रशासन के जोखिम को अपेक्षित चिकित्सीय लाभ के विरुद्ध तौला जाए।