असद चौधरी, खान एमए और बिलाल यूसुफ
OYVMV और इसके वेक्टर के प्रबंधन के लिए चार पौधों के अर्क यानी अज़ादिराच्टा इंडिका (नीम), एलियम सैटाइवम (लहसुन), ज़िंगिबर ऑफ़िसिनेल (अदरक) एलियम सेपा एल (प्याज) का मूल्यांकन किया गया। इस उद्देश्य के लिए चार भिंडी की किस्मों सब्ज़ परी, पहुजा, पूसा सवानी और लश ग्रीन को आरसीबीडी डिज़ाइन के तहत बोया गया था। वेक्टर आबादी और रोग की घटनाओं से प्राप्त आंकड़ों का एनोवा के माध्यम से विश्लेषण किया गया था। सब्ज़ परी को मध्यम रूप से प्रतिरोधी पाया गया। पहुजा ने सहनशील व्यवहार दिखाया जबकि लश ग्रीन और पूसा सवानी ने क्रमशः मध्यम और अतिसंवेदनशील प्रतिक्रिया दिखाई। चार पौधों में से अज़ादिराच्टा इंडिका (नीम) का अर्क 5% सांद्रता पर क्षेत्र की स्थिति के तहत व्हाइटफ़्लाई और OYVMV रोग की घटनाओं को कम करने में नियंत्रण और अन्य अर्क की तुलना में प्रभावी था।