डॉ. एस. अनुराधा
सिज़ोफ्रेनिया एक मानसिक विकार है जो आम तौर पर किशोरावस्था के अंत में या वयस्कता की शुरुआत में दिखाई देता है। हालाँकि यह जीवन में किसी भी समय उभर सकता है। साक्ष्य बताते हैं कि जिन बच्चों के माता-पिता सिज़ोफ्रेनिया के लिए इलाज करवाते हैं, उनमें बौद्धिक कमी दिखती है, हालाँकि बहुत कम पिछले अध्ययनों ने इन क्षेत्रों को मापा है। वर्तमान अध्ययन इन बच्चों के IQ स्तरों में अंतर को देखता है जब उनकी तुलना सामान्य बच्चों से की जाती है जिनके माता-पिता को कोई मानसिक समस्या नहीं है। अध्ययन में 60 प्रतिभागी शामिल हैं (अध्ययन समूह में 30 बच्चे, नियंत्रण समूह में 30 बच्चे)। मानसिक क्षमता के लिए बिनेट कामत परीक्षण का उपयोग किया गया। परिणाम संकेत देते हैं कि जिन बच्चों के माता-पिता का मानसिक समस्याओं के लिए इलाज नहीं किया जाता है, उनमें IQ का स्तर काफी अधिक है। (t=-15.694, Sig. =0.000)। यह अध्ययन चिकित्सकों के लिए इन बच्चों के लिए हस्तक्षेप कार्यक्रमों को देखने के लिए एक मंच खोलता है।