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अमूर्त

कोरोनरी धमनी बाईपास सर्जरी के बाद क्लैमाइडिया न्यूमोनिया आईजीजी में वृद्धि

टेओमन ज़फ़र अपान और अल्प डोलगुन

उद्देश्य: बढ़ते प्रमाण क्लैमाइडिया न्यूमोनिया संक्रमण के एथेरोस्क्लेरोसिस के रोगजनन के साथ संभावित संबंध को प्रभावित करते हैं। रोग गतिविधि पर कोरोनरी धमनी सर्जरी का प्रभाव स्पष्ट नहीं है। हमारा उद्देश्य कोरोनरी धमनी बाईपास ग्राफ्टिंग (CABG) सर्जरी से पहले और बाद में C. निमोनिया के सीरोप्रवलेंस का पता लगाना था। कार्यप्रणाली: अध्ययन में सर्जरी करवा रहे कोरोनरी धमनी रोग से पीड़ित एक सौ अट्ठहत्तर रोगियों को शामिल किया गया। सर्जरी से एक दिन पहले और 30 दिन बाद ELISA विधि का उपयोग करके C. निमोनिया IgG और IgM सीरोप्रवलेंस की जांच की गई। परिणाम: सर्जरी से पहले C. निमोनिया के लिए IgG और IgM सीरोप्रवलेंस 63.45% और 2.8% पाया गया। जबकि IgG (69.66%, p=0.001) में उल्लेखनीय वृद्धि हुई, IgM मानों में वृद्धि महत्वपूर्ण नहीं थी (4.49%, p=0.250)। निष्कर्ष: हमारे अध्ययन से पता चला है कि CABG सर्जरी ने सर्जिकल तनाव-प्रेरित प्रतिरक्षात्मक परिवर्तनों के साथ क्रोनिक सी. निमोनिया संक्रमण की सक्रियता को प्रेरित किया। रक्त आधान जैसे अन्य संभावित कारक इस सक्रियता में शामिल होने की संभावना है। ऑपरेशन के बाद सी. निमोनिया के लिए सीरोलॉजिकली पॉजिटिव रोगियों में ऑपरेटिव अवधि के दौरान रोगाणुरोधी चिकित्सा पर विचार किया जाना चाहिए।

अस्वीकृति: इस सारांश का अनुवाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरणों का उपयोग करके किया गया है और इसे अभी तक समीक्षा या सत्यापित नहीं किया गया है।