नजीरवान
ब्रोकोली (ब्रैसिका ओलेरेशिया) के इन विट्रो प्लांट रीजनरेशन में बीजपत्रों का इस्तेमाल एक्सप्लांट के रूप में किया गया। इस शोध का उद्देश्य इन किस्मों में शूट निर्माण पर विकास नियामकों 6-फुरफुरिल एमिनो प्यूरीन (केआईएन) और नेफ़थलीन एसिटिक एसिड (एनएए) के प्रभाव की जांच करना था। बीजपत्रों वाले एक्सप्लांट की शूट रीजनरेशन प्रणाली सिंथेटिक बीज निर्माण के लिए एक उपकरण के रूप में उपयोगी हो सकती है। 14-दिन पुराने इन विट्रो अंकुरित पौधों से निकाले गए बीजपत्रों के एक्सप्लांट को मुराशिगे और स्कोग (एमएस) के बेसल लवण और केआईएन और एनएए की विभिन्न सांद्रता वाले शूट इंडक्शन माध्यम पर रखा गया था। 0.5 मिलीग्राम/एल एनएए के साथ 2 मिलीग्राम/एल केआईएन पर शूट उत्पन्न करने वाले बीजपत्रों के एक्सप्लांट का उच्चतम प्रतिशत (70%) और प्रति बीजपत्र एक्सप्लांट उत्पादित शूट की उच्चतम औसत संख्या (1.80) प्राप्त हुई। इसलिए, बीजपत्रीय प्रतिरोपण से प्ररोह पुनर्जनन के लिए 2 मिग्रा/ली KIN तथा 0.5 मिग्रा/ली NAA का संयोजन अनुशंसित है।