सलाह मोहम्मद अलहसन, गमाल उस्मान अलहसन, अबुबक्र ए अल्फादल, सारा अनस सिरेलखातिम और खालिद ओमर अलफारूक
परिचय: दवाइयों की कीमतें अक्सर बहुत ज़्यादा होती हैं और न सिर्फ़ कम और मध्यम आय वाले देशों में ज़्यादातर लोगों के लिए वहनीय नहीं होतीं, बल्कि उच्च आय वाले देशों में सामाजिक सुरक्षा या बीमा के बिना रहने वाली आबादी के एक बड़े हिस्से के लिए भी वहनीय नहीं होतीं। नतीजतन, विकासशील देशों में वहनीय न होने के कारण ज़रूरी दवाओं तक पहुँच की कमी सबसे गंभीर वैश्विक स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है ।
उद्देश्य: नीति निर्माताओं के लिए तुलनीय, साक्ष्य-आधारित जानकारी प्रदान करना। विधि: एक क्रॉस सेक्शनल वर्णनात्मक सर्वेक्षण अध्ययन लागू किया गया।
परिणाम और चर्चा: ऐसा प्रतीत होता है कि अध्ययन में शामिल अनेक स्थितियों के लिए दवाओं की सामर्थ्य दर्शाए जाने के बावजूद, अभी भी सूडान के लिए दवाओं की सामर्थ्य एक बड़ी समस्या बनी हुई है।
निष्कर्ष: यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि ठोस वैज्ञानिक आधार और लागत प्रभावशीलता वाले मानक उपचार दिशानिर्देशों के अभाव के कारण निम्न गुणवत्ता वाली दवाइयां निर्धारित करने और वितरित करने की प्रथाएं हुईं, जिसके कारण मूल्यांकित तीव्र और दीर्घकालिक स्थितियों के लिए निर्धारित करने के पैटर्न में व्यापक भिन्नताएं आईं।