राशा एम. अहमद और अब्देल रहीम एम. मुद्दथिर
पृष्ठभूमि: अतीत में विभिन्न थ्रोम्बोप्लास्टिन तैयारियों के बीच भिन्नताओं के कारण INR रीडिंग की सटीकता कम हो गई है। चूँकि थ्रोम्बोप्लास्टिन अभिकर्मक संरचना और तैयारी के तरीके में व्यापक रूप से भिन्न होते हैं, इसलिए मौखिक एंटीकोगुलेंट थेरेपी की निगरानी में उनकी संवेदनशीलता भी व्यापक रूप से भिन्न होती है। इस अध्ययन का उद्देश्य स्थिर मौखिक एंटीकोगुलेंट थेरेपी के तहत रोगियों के लिए INR रीडिंग पर विभिन्न थ्रोम्बोप्लास्टिन और कोगुलोमीटर का मूल्यांकन करना था।
सामग्री और विधियाँ: यह वर्णनात्मक क्रॉस-सेक्शनल अध्ययन था; इसे तीन अस्पतालों (अलशाब शिक्षण अस्पताल, खार्तूम शिक्षण अस्पताल और तुर्की अस्पताल) में आयोजित किया गया था। स्थिर मौखिक एंटीकोगुलेंट थेरेपी के तहत 50 सूडानी रोगियों से कुल 50 साइट्रेटेड प्लेटलेट्स खराब प्लाज्मा नमूने एकत्र किए गए थे, फिर अलग-अलग कोगुलोमीटर और थ्रोम्बोप्लास्टिन अभिकर्मकों का उपयोग करके तीन अलग-अलग प्रयोगशालाओं में प्रोथ्रोम्बिन समय (पीटी) और आईएनआर माप किए गए थे।
परिणाम: INR परिणामों से पता चला कि तीनों प्रयोगशालाओं के INR के बीच महत्वपूर्ण अंतर था (P मान = 0.00), इसके बावजूद खार्तूम अस्पताल और अलशाब अस्पताल में INR के बीच महत्वपूर्ण अंतर देखा गया, अलशाब और तुर्की अस्पताल के बीच भी (p-value = 0.00)। खार्तूम अस्पताल और ट्रुकिश अस्पताल में INR के बीच महत्वहीन अंतर था (p-value = 0.178)। चर्चा और
निष्कर्ष: हमारी जांच से पता चला है कि विभिन्न प्रयोगशालाओं के बीच INR परिणामों के सामंजस्य को प्राप्त करने के लिए कुछ और प्रयासों की आवश्यकता है क्योंकि भिन्नता संभवतः चिकित्सक को वारफेरिन खुराक में बदलाव करने के लिए प्रेरित करेगी। इस भिन्नता को कम करने के लिए उपकरणों, अभिकर्मकों और नियंत्रणों का मानकीकरण आवश्यक है।