हरेंद्र कुमार चौहान, केशव सिंह
नगर निगम के ठोस कचरे (MSW) के कारण पर्यावरण को खतरा है और मानव जीवन तथा उनके पालतू पशुओं पर कई तरह के बुरे प्रभाव पड़ते हैं। एपिजीक केंचुआ आइसेनिया फेटिडा की मदद से वर्मीकंपोस्टिंग के माध्यम से MSW का प्रबंधन जैविक खादों के पुनर्चक्रण और उत्पादन के लिए एक उपयुक्त वैकल्पिक तकनीक है। प्रारंभिक फ़ीड मिश्रण के संबंध में पशु गोबर के साथ MSW के वर्मीवाश के विभिन्न संयोजनों में pH, C/N अनुपात और कार्बनिक कार्बन में उल्लेखनीय कमी देखी गई, जबकि पोटेशियम, फास्फोरस और कैल्शियम के स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। कार्बनिक कार्बन में उल्लेखनीय रूप से 67.42% MG25 (बकरी के गोबर के साथ MSW 75:25 के अनुपात में) की कमी आई। सभी संयोजनों में प्रारंभिक मिश्रण का pH अम्लीय/तटस्थ प्रकृति की ओर प्रवृत्त था। वर्मीवाश में नाइट्रोजन की मात्रा MG50 (बकरी के गोबर के साथ MSW 50:50 के अनुपात में) में 68.02% तक बढ़ गई थी, जबकि MG25 (MSW से बकरी के गोबर का अनुपात 75:25) में अधिकतम कार्बनिक नाइट्रोजन 28.31 देखी गई। सभी वर्मीवाश में C/N अनुपात 6.80 से 25.30 तक था और प्रारंभिक फ़ीड मिश्रण में काफी कमी आई। वर्तमान अध्ययन से प्राप्त डेटा विशेष पोषक तत्वों के लिए वर्मीवाश के विशिष्ट प्रकार के संयोजन को तैयार करने में सहायक है। वर्तमान अध्ययन का उद्देश्य केंचुआ आइसेनिया फेटिडा द्वारा विभिन्न जानवरों के गोबर के साथ MSW के वर्मीवाश के उत्पादन और विशेषताओं की जांच करना था।