शिबानंद नेपाल कर्मकार, नीलेश केशव तुमराम, प्रदीप गंगाधर दीक्षित
पृष्ठभूमि: मेडिकल लीगल शव परीक्षण के लिए आने वाले हिंसक दम घुटने से होने वाली मौत के मामलों में फांसी सबसे आम रूप है। फांसी के दौरान गर्दन पर बाहरी और आंतरिक चोटों के कारण का निर्धारण करने वाले सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक लिगेचर सामग्री है। लिगेचर सामग्री की सामग्री और सतह की विशेषता लिगेचर सामग्री की निर्धारक विशेषताएं हैं। गर्दन पर बाहरी और आंतरिक दोनों चोटों का अध्ययन, फांसी के मामलों में महत्वपूर्ण है।
विधियाँ: अध्ययन में आत्महत्या के लिए फांसी लगाने के कुल 95 मामले शामिल किए गए। गर्दन के आस-पास लिगेचर सामग्री के बिना मामले, अपर्याप्त इतिहास वाले मामले, संदिग्ध निष्कर्ष और सड़ी-गली अवस्था में लाए गए शवों को शामिल नहीं किया गया। जिन मामलों में गर्दन के आस-पास लिगेचर सामग्री मौजूद थी, उन्हें अध्ययन में शामिल किया गया। साथ ही, जहां जांच एजेंसी को इतिहास और अपराध स्थल की जानकारी थी और शव को अपराध स्थल में गड़बड़ी के बिना लटकी हुई अवस्था में पाया गया था, उन्हें भी अध्ययन में शामिल किया गया।
परिणाम: नायलॉन की रस्सी सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली लिगेचर सामग्री थी (52.6%)। लिगेचर सामग्री का कठोर और खुरदरा समूह लिगेचर सामग्री का सबसे आम समूह था और विभिन्न बाहरी चोटों और आंतरिक चोटों के लिए भी सबसे आम समूह था।
निष्कर्ष: यह निष्कर्ष निकाला गया कि कठोर लिगेचर सामग्री और खुरदरी सतह वाली लिगेचर सामग्री में बाहरी और आंतरिक चोटों का प्रचलन बढ़ गया है। लिगेचर सामग्री और उनके प्रकारों का विस्तृत विश्लेषण फांसी के कारण होने वाली मौतों से जुड़े विभिन्न शारीरिक और रोग संबंधी निष्कर्षों को सहसंबंधित करने में मदद कर सकता है।