सैयद जाविद सादात, मोहम्मद रसूली, एहसान अहमद अहमदज़ादेह, अलीरेज़ा हसनज़ादा, हमीदुल्लाह फकीरयान, मीना अलेकोज़े, अब्दुल फतह नज्म, अजीज-उर-रहमान नियाज़ी
पृष्ठभूमि: दुनिया भर में मानसिक विकारों का प्रचलन बढ़ रहा है, जिसमें चिंता और अवसाद सबसे आम हैं। 2017 में, अफ़गान आबादी का 3.3% और 4.0% क्रमशः अवसाद और चिंता के साथ जी रहा था। इस अध्ययन का उद्देश्य अफ़गानिस्तान के हेरात प्रांत में अवसाद और/या चिंता से पीड़ित लोगों के उपचार अंतराल और मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं तक उनकी पहुँच के स्तर की पहचान करना है।
विधियाँ: यह संस्थागत-आधारित केस-सीरीज़ अध्ययन अक्टूबर 2021 से जनवरी 2022 तक आयोजित किया गया था। हेरात मेंटल हेल्थ रजिस्ट्री से 16-आइटम संरचित प्रश्नावली का उपयोग करके सामाजिक-जनसांख्यिकीय विशेषताओं और अवसाद और चिंता की गंभीरता पर डेटा एकत्र किया गया था। सांख्यिकीय विश्लेषण IBM SPSS सांख्यिकी (संस्करण 27) में किए गए थे।
परिणाम: अध्ययन में कुल 133 प्रतिभागी शामिल थे, जिनकी औसत आयु 36.7 ± 9.8 वर्ष थी, जिनमें 99 (74.4%) पुरुष और 34 (25.6%) महिलाएँ शामिल थीं। 121 (91.0%) को अपनी मानसिक बीमारी के बारे में पता था, 51 (38.3%) को मानसिक स्वास्थ्य तक पहुँच थी, 31 (23.3%) को परामर्श मिला, 26 (19.5%) को दवा मिली, और 17 (12.8%) को दवा और परामर्श दोनों मिले। इस अध्ययन में मानसिक बीमारियों की गंभीरता परामर्श सेवाओं तक पहुँच और प्राप्त करने के स्तर से विपरीत रूप से संबंधित थी।
निष्कर्ष: इस अध्ययन से पता चला है कि अध्ययन प्रतिभागियों के बीच पहुँच का स्तर कम है, उपचार में बहुत ज़्यादा अंतर है और जागरूकता और सेवा उपयोग के स्तर में काफ़ी अंतर है। इस अध्ययन के परिणाम निम्न और मध्यम आय वाले देशों में पहुँच के निम्न स्तर और उपचार के अंतर पर मौजूदा साहित्य में जुड़ते हैं। यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह करता है कि वे आघातग्रस्त क्षेत्रों में सेवाओं की बेहतरी के लिए संसाधन समर्पित करें।