अम्बर्टो कॉर्नेली*, जियोवन्नी बेल्कारो, मार्टिनो रेचिया
पृष्ठभूमि: कोविड-19 के खिलाफ़ टीकाकरण कार्यक्रम दिसंबर 2020 में तीन देशों (इज़राइल, यूके और यूएसए) में शुरू हुआ और जनवरी के पहले दो हफ़्तों में 137 अन्य देशों में शुरू हुआ। 30 मार्च 2021 तक 36 देशों में कोई टीकाकरण अभियान नहीं चलाया गया था।
उद्देश्य: इस शोध का उद्देश्य दो देशों में मृत्यु दर की तुलना करना है। वायरस के कारण होने वाली मौतों की संख्या और LEEDELS डेटा (जीवन प्रत्याशा, पारिस्थितिकी, जनसांख्यिकी/सामाजिक और जीवनशैली चर) के बीच सहसंबंध की गणना की गई ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि इनमें से कौन से चर COVID-19 मौतों से जुड़े थे।
विधियाँ: मृत्यु और टीकाकरण डेटा को WHO कोरोनावायरस डैशबोर्ड से प्राप्त किया गया। LEEDELS डेटा को एटलांटे जियोग्राफ़िको एगोस्टिनी 2020 और CIA वर्ल्ड फ़ेसबुक 2020-2021 से लिया गया। स्पिल्ट-प्लॉट विचरण विश्लेषण का उपयोग करके सांख्यिकीय मूल्यांकन किया गया। प्रोफाइलर विश्लेषण का उपयोग मौतों और टीकाकरण के बीच सहसंबंध का आकलन करने के लिए किया गया था और स्पीयरमैन के ρ का उपयोग COVID-19 मौतों को LEEDELS से सहसंबंधित करने के लिए किया गया था।
परिणाम: 176 देशों पर विचार किया गया। टीकाकरण कार्यक्रम के बिना 36 देशों में मृत्यु दर बढ़ रही है, जबकि अन्य 140 में से कुछ जो झुंड प्रतिरक्षा के करीब हैं, दर समतल होती दिख रही है। हालांकि, टीकाकरण कार्यक्रमों वाले 140 देशों में से 48 (34%) में उनके अभियानों के बावजूद मौतों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। वायरस से मृत्यु शहरी घनत्व और समृद्धि को दर्शाने वाले चर (जीडीपी, अस्पताल के बिस्तर, कार और इंटरनेट) से जुड़ी हुई है। अन्य कोई भी चर सहसंबद्ध नहीं था।
निष्कर्ष: कोविड-19 के कारण बहुत ज़्यादा मौतें हो रही हैं और इस बीमारी से निपटने के लिए टीकाकरण सिर्फ़ एक उपाय है। स्वास्थ्य नीति के प्रति उचित दृष्टिकोण के बिना यह अप्रभावी हो सकता है। सबसे गरीब देश इसके अगले शिकार होंगे।