नेहा चौधरी, पानायोट फिलिपोव, आलोक भुटाडा और शांतनु रस्तोगी
पेटेंट डक्टस आर्टेरियोसस (पीडीए) समय से पहले जन्मे 40-60 प्रतिशत शिशुओं में मौजूद होता है, जिसकी घटना गर्भावधि उम्र के व्युत्क्रमानुपाती होती है। अत्यधिक समय से पहले जन्मे और बहुत कम वजन वाले शिशुओं में पीडीए का प्रबंधन विवादास्पद है, खासकर नए साहित्य में उन शिशुओं में दीर्घकालिक परिणामों में कोई महत्वपूर्ण लाभ नहीं दिखाया गया है जिनका इलाज किया गया था, जबकि जिनका इलाज नहीं किया गया था। इसके अलावा समय से पहले जन्मे शिशुओं में मृत्यु दर और रुग्णता पूरी तरह से पीडीए से संबंधित नहीं हो सकती है जैसा कि पहले बताया गया था। इसलिए इस बात पर विवाद है कि कौन से समय से पहले जन्मे शिशुओं को उपचार से लाभ होता है, उनका इलाज कब किया जाना चाहिए और कौन से उपचार के तरीके इस्तेमाल किए जाने चाहिए। हमने इन सवालों के जवाब में विवादों को सामने लाने के लिए वर्तमान साहित्य की समीक्षा की है।