अब्दुल्ला अलज़ुवायद और मोहम्मद क़त्तान
परिचय: टॉन्सिलेक्टॉमी के बाद रक्तस्राव टॉन्सिलेक्टॉमी की सबसे गंभीर जटिलता बनी हुई है। टॉन्सिलेक्टॉमी के बाद रक्तस्राव की दर अलग-अलग तकनीक के साथ अलग-अलग होती है। आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली तकनीकें बाइपोलर, मोनोपोलर और कोल्ड हैं।
विधियाँ: यह 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों के चार्ट समीक्षा पर आधारित एक पूर्वव्यापी केस सीरीज अध्ययन था, जिन्होंने जनवरी 2010 से दिसंबर 2011 के बीच किंग अब्दुलअजीज मेडिकल सिटी (केएएमसी), रियाद, सऊदी अरब - ईएनटी विभाग में टॉन्सिलेक्टॉमी करवाई थी। छात्र द्वारा सभी रोगियों के चार्ट की समीक्षा की गई और रोगियों की आयु, लिंग, टॉन्सिलेक्टॉमी के संकेत, पिछली सर्जरी, दवाएँ, भर्ती का प्रकार, इस्तेमाल की गई तकनीक जो कि बाइपोलर, मोनोपोलर और कोल्ड तकनीक हैं और जटिलताओं के लिए डेटा फॉर्म भरा गया।
परिणाम: समीक्षा किए गए 60 रोगियों में से, 16 (27%) में टॉन्सिलेक्टॉमी के बाद रक्तस्राव की सूचना मिली। टॉन्सिलेक्टॉमी के लिए छह संकेत थे और सबसे आम 27 (46%) में आवर्ती एडेनोटॉन्सिलिटिस था। इंट्राओपरेटिव रक्तस्राव 8 मामलों (13%) में था जो रक्तस्राव का सबसे आम प्रकार था और तीनों तकनीकों के बीच टॉन्सिलेक्टॉमी के बाद रक्तस्राव में कोई महत्वपूर्ण अंतर नहीं था (पी = 0.62)।
निष्कर्ष: परिणाम से पता चला कि तीनों तकनीकों के बीच टॉन्सिलेक्टॉमी के बाद रक्तस्राव में कोई महत्वपूर्ण अंतर नहीं था।