खालिद मुहसेन हसन
पृष्ठभूमि: विभिन्न प्रमाण बताते हैं कि लेप्टिन न केवल शरीर की मोटापे के नकारात्मक प्रतिक्रिया नियंत्रण में भाग लेता है बल्कि हृदय और सहानुभूति विनियमन में भी भाग लेता है। इस शोध का उद्देश्य हृदय प्रणाली पर लेप्टिन के तीव्र प्रभावों का अध्ययन करना है। खरगोशों का प्रयोग प्रायोगिक पशु के रूप में किया गया। सामग्री और विधि: इन प्रायोगिक पशुओं को दो समूहों में विभाजित किया गया: पहले समूह में 15 खरगोश शामिल हैं, जिन्हें लेप्टिन का अंतःशिरा इंजेक्शन दिया गया। दूसरे समूह में भी 15 खरगोश शामिल हैं, जिन्हें लेप्टिन देने से पहले α-एड्रीनर्जिक अवरोधक के रूप में फेंटोलामाइन का इंजेक्शन दिया गया। फुकुदा डेन्शी उपकरण का उपयोग करके हृदय गति और औसत धमनी रक्तचाप दर्ज किया गया। परिणाम: समूह एक में, लेप्टिन के अंतःशिरा इंजेक्शन के बाद औसत धमनी रक्तचाप और हृदय गति में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है (p<0.0001)। दूसरे समूह में जिसे फेंटोलामाइन का इंजेक्शन दिया गया था, लेप्टिन ने धमनी रक्तचाप (P>0.05) में महत्वपूर्ण वृद्धि नहीं की, लेकिन हृदय गति में उल्लेखनीय वृद्धि हुई (p>0.001)। निष्कर्ष: ये परिणाम बताते हैं कि लेप्टिन के अंतःशिरा इंजेक्शन से एनेस्थेटिक खरगोशों में धमनी रक्तचाप और हृदय गति में वृद्धि होती है, और इन प्रभावों का α-एड्रीनर्जिक नाकाबंदी द्वारा विरोध किया जा सकता है। इसे आंशिक रूप से हृदय प्रणाली पर लेप्टिन के प्रभाव से समझाया जा सकता है जिसे सहानुभूति मार्ग द्वारा मध्यस्थ किया जा सकता है