गौहर एच डार, अजरा एन कामिली, मोहम्मद जेड चिश्ती, शोएब ए डार, तौसीफ ए टैंट्री और फैयाज अहमद
मछली जलीय कृषि क्षेत्र के लिए प्रमुख खतरों में से एक एरोमोनस एसपीपी द्वारा संक्रमण है । वर्तमान अध्ययन जम्मू और कश्मीर राज्य में इस संक्रमण की आवृत्ति और घटना को समझने के लिए सेप्टिसीमिया वाले मछली मामलों से ए. सोबरिया उपभेदों की फेनोटाइपिक विशेषताओं और जैव रासायनिक लक्षण वर्णन का आकलन करता है। चिकित्सकीय रूप से संक्रमित मछली रोहू ( लेबियो रोहिता ), भारतीय प्रमुख कार्प (आईएमसी) में से एक, में बचने की प्रतिक्रिया की हानि और त्वचा के रक्तस्राव से जुड़े त्वचा के काले पड़ने जैसे लक्षण देखे गए। हमने राज्य के जिला पुंछ में एक नियंत्रित मछली तालाब से एकत्रित 10 संवर्धित लेबियो रोहिता से ए . सोबरिया उपभेदों की 30 कॉलोनियों को अलग किया। तालाब कुप्रबंधन प्रथाओं, ऊंचे प्रदूषण स्तर और मानवजनित गतिविधियों से प्रभावित था। सूक्ष्म परीक्षण से पता चला कि उपभेद छड़ के आकार का और ग्राम नकारात्मक था यह अध्ययन हमें मछली प्रजातियों में मौजूद ए. सोबरिया के बारे में जानकारी दे सकता है तथा इस संक्रमण से क्षेत्र की मछली प्रजातियों को होने वाले खतरे को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगा।