प्रणति मोहंती, रतिरंजन स्वैन, संध्या रानी साहू, सुधा सेठी
पृष्ठभूमि: पैन्टीटोपेनिया एक बीमारी नहीं है, बल्कि विभिन्न रोग प्रक्रियाओं के परिणामस्वरूप निष्कर्षों का एक समूह है। यह परिधीय रक्त में एनीमिया, ल्यूकोपेनिया और थ्रोम्बोसाइटोपेनिया की विशेषता है। पैन्टीटोपेनिया के मूल्यांकन में अस्थि मज्जा परीक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण है और इस प्रकार रोग प्रक्रिया की पहचान उचित प्रबंधन के लिए सहायक है। लक्ष्य और लक्ष्य: अस्थि मज्जा ट्रेफिन बायोप्सी में पैन्टीटोपेनिया को जन्म देने वाले रक्त संबंधी रोगों की विस्तृत श्रृंखला का विश्लेषण करना। सामग्री और विधियाँ: यह कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी और क्लिनिकल हेमेटोलॉजी विभाग में 2 साल की अवधि के लिए 122 पैन्टीटोपेनिया रोगियों पर किया गया एक संभावित अध्ययन था। सभी मामलों में परिधीय स्मीयर परीक्षा सहित पूर्ण रक्त गणना, उसके बाद अस्थि मज्जा एस्पिरेशन (बीएमए) और ट्रेफिन बायोप्सी की गई। अप्लास्टिक एनीमिया पैन्सीटोपेनिया (51%) का सबसे आम कारण था, उसके बाद मेगालोब्लास्टिक एनीमिया (23%) था। अन्य कारणों में तीव्र ल्यूकेमिया 9%, एमडीएस 6%, प्राथमिक मायलोफाइब्रोसिस 2%, मज्जा में लिम्फोमाटस घुसपैठ 2% और मल्टीपल मायलोमा 3% शामिल हैं। मेटास्टेटिक जमा, तपेदिक, हेमोफैगोसाइटिक सिंड्रोम और हाइपरस्प्लेनिज्म प्रत्येक 1% थे। निष्कर्ष: पैन्सीटोपेनिया के सभी मामलों में बीएमए और बायोप्सी निदान थे। हालांकि कुछ मामलों में बीएमए एक सूखा नल और अनिर्णायक परिणाम देता है, अस्थि मज्जा बायोप्सी (बीएमबी) के साथ मिलकर यह पैन्सीटोपेनिया में निदान और उपचारात्मक रणनीतियों को परिभाषित करने में मदद करता है।