सम्मेद एन मण्डपे
जैव सूचना विज्ञान और उच्च-थ्रूपुट अनुक्रमण प्रौद्योगिकियों में प्रगति ने मानव माइक्रोबायोम का पता लगाने की हमारी क्षमता में काफी वृद्धि की है। मानव माइक्रोबायोम की वर्गीकरण संरचना को समझने के लिए 16 एस राइबोसोमल आरएनए (आरआरएनए) को अनुक्रमित किया जाता है। इस अध्ययन में, रोगग्रस्त (क्रोहन कोलाइटिस (सीसी) या अल्सरेटिव कोलाइटिस (यूसी)) और आसन्न स्वस्थ बृहदान्त्र के नमूनों से 16 एस आरआरएनए अनुक्रमित डेटा का जैव सूचना विज्ञान विश्लेषण माइक्रोबियल पारिस्थितिकी में मात्रात्मक अंतर्दृष्टि (क्यूआईआईएमई) का उपयोग करके किया गया था। इसके अलावा, इन नमूनों के लिए जाति-विशिष्ट जानकारी पर विचार करते हुए, अफ्रीकी-अमेरिकियों और कोकेशियान के बीच बृहदान्त्र माइक्रोबायोम अंतर की तुलना की गई थी। इसके अतिरिक्त, रोगग्रस्त नमूनों के माइक्रोबायोम में फाइला फर्मिक्यूट्स (स्ट्रेप्टोकोकस, स्टैफिलोकोकस, पेप्टोस्ट्रेप्टोकोकस) और फ्यूसोबैक्टीरिया (फ्यूसोबैक्टीरियम) से संबंधित मौखिक बैक्टीरिया का प्रभुत्व था। परिणामों ने अफ्रीकी-अमेरिकियों और कॉकेशियन के बीच माइक्रोबायोम में अंतर भी दिखाया, जो स्वास्थ्य असमानताओं पर संभावित शोध फोकस का संकेत देता है।