आलिया रुखसार मोहम्मद अशफाक*, नाजनीन खानम, फरहान खान, रुतुज वाघमारे, शोभा जोशी
परिचय: मधुमेह मेलिटस एक प्रकार का शारीरिक हाइपरग्लाइसेमिक विकार है। यह शर्करा, वसा और प्रोटीन के संश्लेषण की विफलता से जुड़ा हुआ है, जो पतलेपन, मैक्रो-वैस्कुलर और न्यूरोपैथिक विकारों जैसी चिकित्सा जटिलताओं में योगदान देता है। यह शर्करा, वसा और प्रोटीन के संश्लेषण की विफलता से जुड़ा हुआ है, जो पतलेपन, मैक्रो-वैस्कुलर और न्यूरोपैथिक विकारों जैसी चिकित्सा जटिलताओं में योगदान देता है। यह शोध वर्धा शहर के तृतीयक देखभाल अस्पताल में टाइप 2 मधुमेह के रोगियों की स्व-प्रबंधन गतिविधियों की जांच करने के लिए डिज़ाइन किया गया था।
सामग्री और कार्यप्रणाली: क्रॉस-सेक्शनल शोध वर्धा शहर के तृतीयक देखभाल ग्रामीण अस्पताल में किया गया था। यह शोध एक सरल शोध उपकरण का उपयोग करके किया गया था और इस विश्लेषण में 105 लोग शामिल थे, और डेटा को पहले से डिज़ाइन किए गए और पहले से परखे गए प्रश्नावली का उपयोग करके एकत्र किया गया था।
परिणाम: यह देखा गया कि अध्ययन में अधिकतम पुरुष 62 (59.00%) और महिला 43 (41.00%) शामिल थे। ज़्यादातर 60 वर्ष से ज़्यादा आयु वर्ग (64.70%) के प्रतिभागियों ने आहार पर संतोषजनक स्व-देखभाल प्रथाओं का पालन किया था।
निष्कर्ष: यह अध्ययन दर्शाता है कि रोगियों में मधुमेह से संबंधित स्व-देखभाल प्रथाओं का प्रचलन अपेक्षाकृत अच्छा था, लेकिन परिधीय क्षेत्रों में काम करने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को मधुमेह संबंधी जटिलताओं में कमी लाने के लिए सप्ताह के सातों दिन मधुमेह से संबंधित सभी स्व-देखभाल गतिविधियों को बेहतर ढंग से अपनाने के लिए नियमित रूप से सूचना, शिक्षा और संचार गतिविधियों का आयोजन करना चाहिए।