अक्षय गुप्ता*,करणप्रकाश सिंह
उद्देश्य: ऑर्थोडोंटिक उपचार प्राप्त करने वाले रोगियों के सामने आने वाली समस्याओं का आकलन करना , क्योंकि इस प्रक्रिया से प्लाक का अधिक संचय होता है, जो मौखिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
विधियाँ: यह महामारी विज्ञान अध्ययन 500 विषयों के समूह के बीच किया गया था जिसमें 194 ऑर्थोडोंटिक और 306 गैर ऑर्थोडोंटिक रोगी शामिल थे। सभी प्रतिभागियों की आयु 17 से 20 वर्ष के बीच है, जिनकी औसत आयु 21.36 वर्ष है। ऑर्थोडोंटिक प्रक्रिया के साथ दंत समस्याओं की उपस्थिति जानने के लिए नैदानिक परीक्षण किया गया था । डेटा का विश्लेषण SPSS सॉफ़्टवेयर संस्करण 16.0 के साथ p<0.05 पर किया गया।
परिणाम: ऑर्थोडोंटिक प्रक्रिया के दौरान देखी गई दंत समस्याओं में मौखिक अल्सरेशन (47.6%), क्षय (34.3%) और पीरियोडोंटल रोग (18.1%) शामिल थे। दोनों समूहों में पथरी और उथले पॉकेट घटक (4-5 मिमी) (पी<0.05) के मामले में महत्वपूर्ण अंतर पाया गया। ऑर्थोडोंटिक रोगियों के बीच औसत स्कोर में वृद्धि के साथ समूहों के बीच डीएमएफटी के समग्र महत्वपूर्ण अंतर का सर्वेक्षण किया गया (पी<0.05)।
निष्कर्ष: अध्ययन से पता चला कि ऑर्थोडोंटिक रोगियों में दंत समस्याओं की व्यापकता अधिक है , क्योंकि ऑर्थोडोंटिक उपकरणों के कारण होने वाली असुविधा के कारण उन्हें अपने मौखिक स्वच्छता को बनाए रखने में कठिनाई महसूस होती है।