अरुण शाही हक, नबीला बिन्ते हक, ताजुल इस्लाम और मोल्ला ओबैदुल्ला बकी
पृष्ठभूमि: इस अध्ययन का उद्देश्य बांग्लादेशी महिलाओं में गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर के बारे में ज्ञान के स्तर का आकलन करना और सूचना के स्रोत का निर्धारण करना था।
विधियाँ: 17 से 55 वर्ष की आयु की कुल 250 महिलाओं का साक्षात्कार एक संरचित प्रश्नावली का उपयोग करके किया गया। यह एक जनसंख्या-आधारित, क्रॉस-सेक्शनल सर्वेक्षण है जो सितंबर 2017 से मार्च 2018 तक तृतीयक कैंसर अस्पताल, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर रिसर्च एंड हॉस्पिटल (NICRH), मोहाखाली, ढाका, बांग्लादेश में आयोजित किया गया था। सामाजिक-जनसांख्यिकीय विशेषताओं, गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के ज्ञान और सूचना के स्रोत पर डेटा एकत्र किया गया था। एकत्र किए गए मात्रात्मक डेटा का उपयोग करके द्विचर विश्लेषण पूरा किया गया था।
परिणाम: हमारे अध्ययन प्रतिभागियों में से अधिकांश ने गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के बारे में बहुत कम जानकारी होने की बात कही। अधिकतर यह महिलाओं की औपचारिक शिक्षा के निम्न स्तर, निरक्षरता (OR: 5.653, 95% CI: 0.021-0.257, p मान <0.001) से संबंधित है। बहुत कम महिलाओं ने गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के बारे में विस्तृत जानकारी होने की बात कही (प्राथमिक स्तर से ऊपर की शिक्षा p मान <0.001)। खराब ज्ञान से जुड़े अन्य कारक थे व्यवसाय (OR: 6.543, 95% CI: 2.213-19.206, p-मान <0.001) मासिक पारिवारिक आय (p मान <0.001), पति की शिक्षा का स्तर (p मान <0.001)। हमने पाया कि महिलाओं की उम्र खराब ज्ञान के लिए महत्वपूर्ण रूप से जिम्मेदार थी, गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर से पीड़ित 40 वर्ष से अधिक उम्र की (p मान <0.005) महिलाएं गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के बारे में अनजान थीं।
निष्कर्ष: बांग्लादेशी महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के बारे में जानकारी बहुत कम है, जबकि विकसित देशों में यह जानकारी बहुत कम है। गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के शुरुआती लक्षणों और संकेतों को पहचानने में विफलता के कारण देर से पता चलता है और रोग का निदान भी ठीक से नहीं हो पाता।