अस्मारू गुल्टी, सैमुअल साहिले और सुब्रमण्यम, सी.
फल बहुत जल्दी खराब होने वाले होते हैं और उत्पादन से लेकर उपभोग तक विभिन्न सूक्ष्मजीवी संदूषणों से प्रभावित होते हैं। इस अध्ययन का उद्देश्य गोंदर कस्बे के बाज़ार से फल प्रबंधन का मूल्यांकन करना था। फलों के प्रबंधन का मूल्यांकन साक्षात्कार और प्रेक्षण के माध्यम से किया गया, जिसमें हैंडलिंग अभ्यास, फल संचालकों की स्वास्थ्यकर स्थिति, परिवहन से संबंधित समस्याएं और विपणन स्थानों की स्वच्छता संबंधी स्थिति शामिल थी। साक्षात्कार में शामिल 32 फल विक्रेताओं में से, उनके लिंग, आयु और शैक्षिक स्तर को मापा गया। अधिकांश फल विक्रेता 20 वर्ष से कम आयु की अशिक्षित महिलाएं थीं। अधिकांश फल विक्रेताओं को अस्वास्थ्यकर फलों के सेवन से होने वाली खाद्य जनित बीमारियों के बारे में पता नहीं था। अधिकांश उत्तरदाताओं ने कहा कि फलों के लिए परिवहन प्रणाली में स्वच्छता संबंधी समस्याएं थीं, लेकिन उनमें से कोई भी बेचने से पहले फलों को नहीं धोता था। खराब होने और शारीरिक चोट के कारण फलों का नुकसान सभी फल विक्रेताओं के लिए आम समस्याएँ थीं निरीक्षण के समय 62.5% फल विपणन क्षेत्र धूल और विभिन्न गन्दे पदार्थों से भरे हुए थे तथा 14 फल संचालकों ने साफ और उचित कपड़े नहीं पहने थे।