गंगाधर सुनकारा, चिंगमिंग येह, मोनिका लिगुएरोस-सैलान, हिरोतो कावाशिता, नोज़ोमु कोसेकी और योशीहिरो फुकुई
उद्देश्य: जापानी और कोकेशियान विषयों के बीच वाल्सार्टन के फार्माकोकाइनेटिक्स और फार्माकोडायनामिक्स में संभावित जातीय अंतर का आकलन करना। तरीके: यह एक ओपन-लेबल, समानांतर-डिज़ाइन वाला अध्ययन था जो समान आयु और शारीरिक वजन वाले पुरुष जापानी (n=15) और कोकेशियान (n=15) विषयों पर किया गया था। सभी विषयों को 160 मिलीग्राम वाल्सार्टन कैप्सूल की एकल मौखिक खुराक दी गई और खुराक के बाद पूर्व निर्धारित समय अंतराल पर प्लाज्मा रेनिन गतिविधि (पीआरए) के साथ वाल्सार्टन, एल्डोस्टेरोन और एंजियोटेंसिन II के प्लाज्मा स्तर निर्धारित किए गए। मुख्य निष्कर्ष: दोनों समूहों में वाल्सार्टन (टी मैक्स ) की चरम प्लाज्मा सांद्रता तक पहुंचने का समय 1-6 घंटे की सीमा में था जापानी और कोकेशियान विषयों में औसत प्लाज्मा एक्सपोजर (AUC 0-∞) मान क्रमशः 23.0 और 23.8 μg.h/ml थे और औसत अर्ध-जीवन (t 1/2) क्रमशः 7.7 और 9.6 घंटे था। खुराक के 2, 4 और 8 घंटे बाद PRA, एंजियोटेंसिन II और एल्डोस्टेरोन के लिए दो जातीय समूहों के बीच कोई महत्वपूर्ण अंतर (p>0.1) नहीं पाया गया। निष्कर्ष: वाल्सार्टन के फार्माकोकाइनेटिक्स और फार्माकोडायनामिक्स को वाल्सार्टन के एकल मौखिक खुराक प्रशासन के बाद स्वस्थ पुरुष कोकेशियान और जापानी विषयों के बीच जातीय अंतर से जुड़ा नहीं पाया गया और इसलिए इन समूहों के लिए कोई खुराक समायोजन की आवश्यकता नहीं है।